श्री रामचरितमानस अर्थ सहित सम्पूर्ण | RamCharitManas in Hindi

  1. रामचरितमानस बालकाण्ड अर्थ सहित | Bal Kand with Hindi Meaning
  2. रामचरितमानस अयोध्याकाण्ड अर्थ सहित | Ayodhya Kand with Hindi Meaning
  3. रामचरितमानस अरण्यकाण्ड अर्थ सहित | Aranya Kand with Hindi Meaning
  4. रामचरितमानस किष्किंधा कांड अर्थ सहित | Kishkindha Kand with Hindi Meaning
  5. सुंदरकाण्ड अर्थ सहित | Sundarkand With Hindi Meaning
  6. लंका काण्ड (अर्थ सहित ) | Lanka Kand with Hindi Meaning
  7. रामचरितमानस उत्तरकाण्ड अर्थ सहित | Uttar Kand with Hindi Meaning

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  • सुख है तो दुःख है, जिन्दगी के दो पल है ।
    नर को निराशा से क्या घबराना?
    आशा की घड़िया किसके संग सब दिन है?
    आज मातम की घड़ी कल फिर खुशियों का दिन है ।
    सुख है तो दुःख है , जिन्दगी के दो पल है ।।1।।

    आज जो रिश्ते बने, कल को वह टूटने है ।
    फिर किस बात का रोना, किस बात का गम है ।
    आज जो इमारत खड़ी, कल वो ढ़हने है ।
    फिर क्यूँ नये-पुराने सपनों का गम है?
    सुख है तो दुःख है, जिन्दगी के दो पल है ।।2।।

    निभाते है कुछ लोग रिश्ते जैसे कि वो शाश्वत हो ।
    यूँही लोग भूल जाते है रिश्ते जैसे कि वो स्वार्थ के भागी हो ।
    जहां के इस रिश्ते में टुटते-बिखड़ते, जुटते नर है ।
    फिर क्यूँ चलती राह पे जिन्दगी के किस्से सुनाना है?
    सुख है तो दुःख है, जिन्दगी के दो पल है ।।3।।

    आज जन्म हुआ तो कल को जाना है ।
    मौत को स्वीकृति से गले लगाना है ।
    फिर क्यूँ जिन्दगी से मोह, मौत से डर है?
    इससे भी पहले तो बहुत गये बहुते मरे है ।
    सुख है तो दुःख है, जिन्दगी के दो पल है ।।4।।

    ।। कवि ।। विकास कुमार
    16:01 27/06/2020

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